श्रीलंका में डंका : ------------------ विदेश घूमने की इच्छा बहुत दिनों से थी लेकिन कोई जुगाड़ नहीं बैठ रहा था. अचानक रायपुर के सृजन गाथा डाट काम के सौजन्य से श्री लंका जाने का कार्यक्रम प्रस्तावित हुआ तो हम पति-पत्नी साहित्यकारों के समूह के बीच चेन्नई हवाई अड्डा में पहुँच गए जहाँ से श्री लंका की हवाई यात्रा आरम्भ होने वाली थी. वह तारीख १८ जनवरी २०१४ थी, जिस दिन हमारा हवाईजहाज श्रीलंका की राजधानी कोलम्बो की यात्रा पर निकल पड़ा. हवाई यात्रा डेढ़-दो घंटे की थी लेकिन मेरे कान ऐसे भन्नाए, सिर में इस कदर तेज दर्द हुआ कि लगा जैसे मेरा सिर टुकड़े-टुकड़े होकर बिखरने वाला है. मुझे उस पीड़ा की आज तक याद है. लग रहा था कि हवाईजहाज का दरवाजा खोल कर रास्ते में ही उतर जाऊं लेकिन कहाँ उतरता, हमारा जहाज हिन्द महासागर के ऊपर उड़ रहा था और दरवाजा पूरी तरह से लाक था, मैं भला कैसे उतरता? किसी प्रकार राम-राम करते हमारा जहाज कोलम्बो के हवाईअड्डा के रन वे पर उतरा, तब मेरी जान में जान आई, ओह, कितनी कष्टदायक यात्रा थी वह! ६५६१० वर्ग किलोमीटर के क्षेत्रफल में फैले इस देश की आबादी २ करोड़ से कुछ अधिक है. ...